रमदा – ओ शेरदा कीले बज़ार जानाछा?
शेरदा – ना यार भुला जरा बज़ार तक जाड़ रयो.
रमदा – हाय मील समझ बज़ार जाडणाला?????
हा हा हा हा ????
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कन छबीलो-कन रौतैलों छन मैरू गढवाल।
देवी-देवताओं की भूमि छन मैरू गढवाल।।
बावन गढों को गढ छन मैरू गढवाल।
पंच प्रयागों को संगम छन मैरू गढवाल।।
धरती यख की छन स्वर्ग समान।
सब से न्यारू छन मैरू गढवाल।।
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गुरूजी :- नौना…स्कूळ आणम अबेर किळे हवे ?
पन्नू :- गुरूजी…बुई-बुबा ळड़ै कना छ्याई
गुरूजी :- ऊं झगड़णा छ्याई त ठिक च…पर तिळ अबेर किळे क्याई ?
पन्नू :- गुरूजी…इक्क जुत्ता बुबा हत्तम छै अर दुसर बुई हत्तम l 🙂
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Kandali aaj suber dekhe yene kalbali chai huyen jan basgayal danda kantha randen moulya
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Kundan Negi: aapko bhi new year ki hardik shubkamnaye MAHARAJ… 🙂
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