This is the heart touching Poem of Prasoon Joshi on Uttarakhand which was recited by Big B during ‘Ham Saath Hai Uttarakhand’. I will post the video soon.
देखो ज़रा ठहर के मेरा देश रो रहा है ….
मेरा देश रो रहा है….
घायल है मन का कोना, मेरा देश रो रहा है…
पर्वत सा ऊंचा माथा,और चोट के निशाँ हैं,
नदियों के गीत चुप हैं,
खामोश हर जुबां है..!
हर आँख पूछती है क्या मेरा रोना दिख रहा है
हर चेहरा पूछता है क्या मेरा होना दिख रहा है
ज़रा बढ़के हाथ थामों विश्वाश खो रहा है
देखो ज़रा ठहर के मेरा देश रो रहा है
हर दिल में छलकता नैनीताल हो गया है
देखो तो कितना ज़ख़्मी गढ़वाल हो गया है
मेरे देश का एक हिस्सा बड़े दर्द में है यारो
हमें फ़िक्र है तो ये कि क्यूँ ऐसा हाल हो गया है
क्यूँ कोई यूँ अकेले पलकें भिगो रहा है
देखो ज़रा ठहर के मेरा देश रो रहा है
बड़ा नाज़ इसपे हमको रुकते कभी नहीं हम
विपदा कितनी बड़ी हो झुकते नहीं हम
हमने ये शक नहीं किया है परवाह ही नहीं नहीं है
खुद में हैं मगन इतने कि थमते कभी नहीं हैं हम
ये ज़ज्बा ज़िंदगी का सवाल हो रहा है
देखो ज़रा ठहर के मेरा देश रो रहा है
संतान सूर्य की हम दीपक तो नाम के हैं
हम जल पड़े सन सन तो कितने काम के है
तांडव न हो रात का हो, हम ज्योतिरथ हैं लाये
कब रौशनी उगेगी हम ले शपथ हैं आये
जो दर्द देश को है, हम सबको हो रहा
देखो ज़रा ठहर के मेरा देश रो रहा है…!!